हरिद्वार में निर्माणाधीन मकान में संदिग्ध परिस्थितियों में मिले राजमिस्त्री की मौत का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। जांच में पता चला है कि राजमिस्त्री की हत्या उसके ही साथी मजदूर ने की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
शाहजहांपुर (उ.प्र.) निवासी नारद ने 14 अक्टूबर को कोतवाली नगर पुलिस को शिकायत दी थी कि उसका भाई रामनिवास, जो पेशे से राजमिस्त्री था, हरिद्वार में निर्माणाधीन मकान में मृत पाया गया। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस ने मृतक के साथ काम कर रहे मजदूर सतेन्द्र को संदिग्ध मानते हुए हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि दोनों रोजाना काम के बाद शराब पीने जाते थे। घटना वाले दिन ठेकेदार की ओर से उन्हें 500 रुपये ईनाम मिले थे। मृतक के हिस्से में 300 रुपये और आरोपी को 200 रुपये मिले थे। इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया।
विवाद बढ़ने पर मारपीट हुई और आरोपी ने गुस्से में आकर रामनिवास की हत्या कर दी।
आरोपी का नाम सतेन्द्र पुत्र सोहनवीर
निवासी: ग्राम खटकी, थाना परिक्षितगढ़, जिला मेरठ (उ.प्र.) वर्तमान पता: हरिहर चौक के पास, सप्तऋषि, कोतवाली नगर, हरिद्वार
उम्र: 61 वर्ष
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए उसे न्यायालय में पेश किया।
