लक्सर ।जनपद हरिद्वार में हाल ही में हुई अतिवृष्टि और जलभराव ने जिले के जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। गंगा, सोलानी और बाणगंगा जैसी नदियों के जलस्तर बढ़ने से तटीय गांवों में हालात बिगड़ गए हैं। खेत खलिहान जलमग्न हो चुके हैं, जिससे धान और गन्ने की खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। वहीं सब्जियों, फलों और ज्वार जैसी पशुचारे की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। पशुपालकों के सामने चारे का संकट खड़ा हो गया है।
आबादी वाले क्षेत्रों और कस्बों में पानी भरने से लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा है। व्यापारियों के प्रतिष्ठानों में पानी घुस जाने से सामान खराब हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि स्थिति ऐसी है मानो वे पूरी तरह उजड़ गए हों।
इस गंभीर हालात को देखते हुए लक्सर विधायक मो. शहजाद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विधानसभा क्षेत्र लक्सर सहित संपूर्ण हरिद्वार जनपद को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार तुरंत कदम उठाती है तो प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री, आर्थिक सहायता और पुनर्वास की सुविधा समय पर मिल सकेगी।
विधायक ने कहा कि किसान पहले से ही कर्ज और महंगाई की मार झेल रहे हैं। अब उनकी मेहनत से तैयार फसलें पानी में डूब जाने से हालात और गंभीर हो गए हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि प्रभावित किसानों को फसल का मुआवजा तुरंत दिया जाए और क्षेत्रवासियों को राहत राशि उपलब्ध कराई जाए।
मो. शहजाद ने यह भी कहा कि आपदा से निपटने के लिए केवल तात्कालिक राहत ही काफी नहीं है। सरकार को दीर्घकालिक योजनाओं पर ध्यान देना होगा। इसके तहत बाढ़ नियंत्रण के ठोस उपाय, मजबूत तटबंधों का निर्माण और जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करना जरूरी है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रदेश सरकार इस कठिन समय में हरिद्वार जनपद के लोगों को निराश नहीं करेगी और प्रभावितों तक हर संभव मदद जल्द पहुंचाई जाएगी।