लक्सर। लक्सर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नगर पंचायत सुल्तानपुर आदमपुर में रविवार दोपहर कांग्रेस ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ अभियान के तहत पैदल मार्च निकाला। इस पैदल मार्च का नेतृत्व पूर्व विधायक हाजी तस्लीम अहमद ने किया, जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

मार्च की शुरुआत मोहम्मदपुर कुन्हारी चौक से हुई और यह अली चौक तक निकाला गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने “वोट चोर, गद्दी छोड़” और “लोकतंत्र बचाओ, भाजपा हटाओ” जैसे नारे लगाए।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार मतदाता सूची में हेराफेरी कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार पेपर लीक, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मामलों ने जनता का भरोसा तोड़ा है।
कार्यक्रम में शामिल उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी वीरेंद्र रावत ने कहा कि भाजपा सरकार ने जनता को सिर्फ झूठे वादों का सब्जबाग दिखाया है। “आज उत्तराखंड के युवा नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं, जबकि सरकार अपने चहेतों को बचाने में लगी है। पेपर लीक जैसी घटनाएं सरकार की नाकामी का प्रमाण हैं,” उन्होंने कहा।

वहीं, पूर्व विधायक हाजी तस्लीम अहमद ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की जड़ें हिला रही है। उन्होंने मांग की कि मतदाता सूची में की गई हेराफेरी की न्यायिक जांच होनी चाहिए। “भाजपा अब जनता की नज़र में वोट चोर बन चुकी है, जनता अब उसे सत्ता से बाहर करने का मन बना चुकी है,” उन्होंने कहा।
पूर्व प्रधान आरिफ अली के इस बयान ने पैदल मार्च में मौजूद कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया। उनकी मौजूदगी से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर रहा। स्थानीय लोगों ने कहा कि आरिफ प्रधान की सियासी पकड़ लक्सर क्षेत्र में कांग्रेस को नई ताकत दे रही है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च के दौरान कई स्थानों पर जनता से संवाद भी किया और भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ नारे बाजी की। स्थानीय कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा और आने वाले चुनाव में भाजपा को जनता करारा जवाब देगी।
पैदल मार्च में पूर्व प्रधान आरिफ जिला पंचायत सदस्य संजय सैनी, सतवीर चौधरी, जग्गी चेयरमैन, डॉ उमा दत्त, धर्मपाल, इकबाल नेता, बाबू ताहिर हसन, सभासद सनव्वर राजा, सभासद मुसर्रत अली, सभासद शादाब अली,बालेश्वर,मगलपाल इजि. तौफीक अनवर अहमद हारून अली सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।


