लक्सर :बहुजन समाज पार्टी लक्सर इकाई ने आज बीएसपी सुप्रीमो मायावती के निर्देश पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू किए जाने के फैसले के विरोध में भारत बन्द का आह्वान किया ।
इसका असर लक्सर विधानसभा में देखने को मिल।लक्सर में स्थित शिव चौक के पास बहुजन समाज पार्टी कार्यकर्ता प्रदर्शन के लिए पहुंचे। आरक्षण को लेकर शिव चौक पर बहुजन समाज पार्टी कार्यकर्ताओ ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही बालावाली चौक पर भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी पहुंचे हैं।
आरक्षण की मांगों को लेकर बसपा अपनी मांगों पर अड़े और नारेबाजी भी की।भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। इस फैसले का बहुजन समाज में गहरा आक्रोश देखने को मिला है।जिसके परिणामस्वरूप बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने व्यापक धरना-प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने एससी-एसटी आरक्षण में वर्गीकरण को समाप्त किए जाने की मांग की और एसडीएम लक्सर गोपाल सिंह चौहान व लक्सर सीओ निहारिका सेमवाल को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में प्रमुख मांगों को शामिल-
एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर को हटाया जाए।
एससी-एसटी आरक्षण को 9वीं सूची में शामिल किया जाए। अतः इसे शीघ्र अतिशीघ्र संसद में संविधान संशोधन विधेयक या अध्यादेश लाकर निष्प्रभावी किया जाये।
एक अगस्त के फैसले के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने विभिन्न चैनलों के द्वारा ट्वीट के माध्यम से भारत सरकार को चेताया है। इस सम्बन्ध में SC & ST & OBC के आरक्षण को सभी वर्गों व सभी वर्ग की सीटों को शीघ्र भरने के निर्देश दिये जाये। महिलाओं पर पूरे देश में हो रहे अन्याय व अत्याचार पर पूर्णतः रोक लगायी जाये।
सभी कार्यकर्ताओं ने एसडीएम लक्सर से तत्काल कार्रवाई की मांग की है और इस मुद्दे पर लगातार प्रदर्शन जारी रखने का संकल्प लिया है।
बसपा के प्रदेश महासचिव डॉ नाथीराम का कहना है कि देश की वर्तमान सरकार सुप्रीम कोर्ट का सहारा लेकर जिस तरह एससी-एसटी, ओबीसी एवं अन्य आरक्षण वर्ग के लोगों के साथ खिलवाड़ कर रही है। आरक्षण के क्रीमीलेयर में छेड़छाड़ का घृणित कार्य किया जा रहा है। यह हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसको लेकर हम सड़कों पर उतरेंगे और सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन के दौरान हमारा उद्देश्य यही रहा कि किसी को किसी भी प्रकार की दिक्कत ना पहुंचे। यह प्रदर्शन शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न किया गया। वह उपजिलाधिकारी लक्सर के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।