लक्सर। पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए नगर पंचायत सुल्तानपुर आदमपुर से मानवीय सहायता अभियान की शुरुआत की गई। मंगलवार को मज़हर-उल-उलूम फुरकानिया (बड़ा मदरसा) प्रांगण से राहत सामग्री से लदे ट्रक को हरी झंडी दिखाकर पंजाब के लिए रवाना किया जाएगा।

इस मानवीय अभियान में स्थानीय समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भेजी जा रही राहत सामग्री में बाढ़ पीड़ितों की मूलभूत जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सौ से अधिक राशन पैकेट, ओढ़ने-बिछाने की चादरें, बच्चों के कपड़े, सूखा दूध, दाल, चाय पत्ती, छोटे बच्चों की दूध की बोतलें, तिरपाल, मच्छरदानियां, दवाइयां और रोजमर्रा का घरेलू सामान शामिल है। इसके अलावा करीब ढाई लाख रुपये नकद धनराशि भी पीड़ितों की मदद के लिए भेजी गई है।

मदरसे के नाजिम मौलाना मुर्सलीन ने कहा कि इंसानियत ही सबसे बड़ा मजहब है। जब देश का कोई इलाका परेशानी में हो तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनके साथ खड़े हों। उन्होंने बताया कि राहत दल बुधवार को पंजाब के प्रभावित जिलों में पहुंचकर जरूरतमंद परिवारों तक सामग्री पहुंचाएगा।

मुफ्ती दिलशाद ने कहा कि भारत विविधता वाला देश है, यहां सभी धर्म और समुदाय के लोग आपस में भाईचारे के साथ रहते हैं। एक भाई की जिम्मेदारी है कि वह दूसरे की हर मुश्किल में उसका सहारा बने। इस्लाम की शिक्षा भी यही है कि जब भी आपके सामने कोई परेशान हो और आप मदद कर सकते हों तो सबसे पहले मदद के लिए आगे बढ़ें।

इस मौके पर प्रबंधक हाजी नफीस, बाबू मुसव्वर अली, जमीयत उलमा-ए-हिन्द के खजांची वासिद अली, मुफ्ती राशिद अली, मौलाना मुर्सलीन अली, मुफ्ती दिलशाद अली, हाफिज शमीम, जहीर अली, खालिद अली, मजाहिर अली, तैय्यब अली समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।