लक्सर/ नाबालिक से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने आठ नामजद में से तीन आरोपियों को जेल भेज दिया है। इसके साथ ही इस घटना का फायदा उठाकर बेगुनाहों को फंसाने का षड़यंत्र रचने वाले मुंह बोले चाचा सहित उसके दो साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आपको बतादें की रुडकी कोतवाली क्षेत्र निवासी फारुख द्वारा कोतवाली लक्सर में तहरीर देकर बताया गया था की उसकी नाबालिग भतीजी के साथ आठ व्यक्तियों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। जिसमें लक्सर कोतवाली पुलिस ने तहरीर के आधार पर आठ व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी थी। इस बेहद संवेदनशील मामले में नियमों का पालन करते हुए अन्य कानूनी प्रक्रियाओं के बाद पीडिता का मेडिकल एवं कोर्ट में बयान अंकित करवाए गए। बयानों के पश्चात घटनाक्रम ने एक नया हैरतअंगेज मोड़ सामने आया। जिसमें दुष्कर्म जैसे मानवता को शर्मसार कर देने वाले मामले में भी रुपए कमाने की भूख और लगे हाथों अपने दुश्मनों/बेगुनाहों को भी जेल भेजने की गहरी साजिश की बात सामने आई। जिसमे पुलिस द्वारा जांच में सामने आया कि किशोरी रिश्ते के मामा नसीम उर्फ कल्लू के साथ रहती थी जबकि किशोरी की मां मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ नहीं थी। वही पीड़िता के दूर के रिश्ते का मामा नसीम इस बात को जानता था कि इसका आगे पीछे कोई नहीं है और इसका फायदा उठाकर उसने अपने साथियों अब्दुल रहमान, मुनीश आदि के साथ जब कुछ महीनों तक किशोरी का शारीरिक शोषण किया तो किशोरी वहां से भाग कर रेलवे स्टेशन में अपनी मां के पास आ गई। क्योंकि किशोरी अभी छोटी थी और उसकी मां कानूनी दांव पेंच आदि कुछ भी नहीं जानती थी इसलिए आरोपी पक्ष भी निश्चिंत थे कि हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। थोड़े समय पश्चात जब इस बात की मोटी मोटी जानकारी फारुख को पता चली तो फारूख ने किशोरी को पूरी तरीके से अपने विश्वास में लिया और विपक्षियों को कड़ी सजा दिलवाने के बहाने अपने साथ ले आया। किशोरी ने भी फारुख को चाचा कहना शुरू कर दिया और मदद की आस में किशोरी अपनी मां के साथ अपने “मुंहबोले चाचा फारुख” के पास आ गई। पूरी तरह जानकारी होने पर कथित चाचा फारुख ने मौका देखकर विक्षिप्त महिला (मां) को वहां से भगा दिया और अपने साथियों गुलशाद, अहसान एवं नफीस के साथ मिलकर मौके का फायदा उठाने की सोची।
मुंह बोले चाचा फारूक और उसके साथियों गुलशाद आदि ने गांव के अपने पुराने मामले में “रंजिश के तहत” विपक्षियों को फंसाने के लिए किशोरी को कहा कि तुम हमारे बताए हुए नाम वाले लोगों के खिलाफ पुलिस में तहरीर दो और बाद में कोर्ट में भी बताना। जिसके बाद षडयंत्र के तहत पीड़िता को बयान देने के लिए तैयार किया गया और पूरी तैयारी के साथ कोतवाली में आठ लोगों नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान, मुनीश, फरमान, अरशद, इस्लाम, साजिद व अहसान के खिलाफ नामजद दुष्कर्म का मुकदमा लिखवाया गया। सम्मिलित आरोपियों सहित गांव के कुछ बेगुनाह लोगों को मुकदमें में नामजद कर समझौते के नाम पर मोटी रकम ऐंठने का शानदार तरीके से ताना-बाना बुना गया था। वही पीडिता के बयानों में इन सभी बातों का खुलासा होने पर गठित पुलिस टीमों ने पीड़िता को विश्वास में लेकर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए दुष्कर्म के आरोपी नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान व मुनीश को जैनपुर खुर्द से तथा दुर्भाग्यपूर्ण घटना से भी पैसे कमाने के लालच में षड़यन्त्रकारी मुंह बोले चाचा फारुख (वादी मुकदमा) गुलशाद व अहसान को ग्राम जैनपुर से हिरासत में लिया जिनके एक साथी की तलाश जारी है। इन सभी को जेल भेजा जा रहा है और मामले में अभी जांच जारी है पुलिस नामजद आरोपियों की तलाश में जुटी है।
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