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लक्सर: रमजानुल मुबारक का महीना शुरू हो गया है। रमजान के पहले जुमे की नमाज शुक्रवार को नगर पंचायत सुलतानपुर आदमपुर की सभी मस्जिदों में अदा की गई। नमाज-ए-जुमा से पहले सभी मस्जिदों के इमामों ने रमजान के पाक माह की फजीलत और उसके बरकत पर तफ्सील से रौशनी डाली। वहीं, नमाज के पश्चात दुनिया में शांति और सदभावना की दुआ की गई।
नगर पंचायत सुलतानपुर आदमपुर में रमजानुल मुबारक के पहले जुमा को लेकर क्षेत्र में काफी उत्साह दिखा। लोगों ने अपने अपने इलाके की स्थानीय व जामा मस्जिदों में जुमा की नमाज अदा की और इमामों-उलेमाओं की तकरीरों से मुस्तफीज हुए। शाही जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती साहब ने कहा कि रमजान बरकतों और मगफिरत का महीना है। यह अल्लाह का बड़ा करम है कि उसने हम सभी को उम्मत-ए-मुहम्मदिया में पैदा किया। रमजानुल मुबारक की फजीलत को बयान करते हुए कहा, दुनिया की सभी आसमानी किताबें इसी महीने में नाजिल हुई हैं। उन्होंने कहा, कुरआन पाक लौह-महफूज से दुनिया पर इसी पाक महीने में उतारा गया । मुफ्ती साहब ने कहा, इस महीने को कलाम-ए-इलाही के साथ खास मुनासिबत हासिल है। इसलिए इस महीने में ज्यादा से ज्यादा तिलावत का हुक्म है। मुफ्ती साहब ने ये भी कहा कि नबी करीम (स.) ने इस महीने में कलमा तैय्यबा, अस्तगफार, जन्नत की चाहत तथा दोजख से बचने की दुआ का कसरत से विर्द करने को फरमाया है। ऐसा करके हम अपने प्यारे रसूल के फरमान की कद्र और अल्लाह की रजा हासिल कर सकेंगे।रमजान का महीना नेकियों और बरकतों का है। इस महीने में नेक काम एवं इबादतों का 70 गुना सवाब (पुण्य) मिलता है। कहा, महीने का इस्लाम में बड़ा महत्व है। अल्लाह के पैगंबर हजरत मोहम्मद (स.अ. व) ने कहा, रमजान की पहली रात से ही शयातीन कैद कर दिए जाते हैं। दोजख (नरक) के सभी दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। जन्नत (स्वर्ग) के सभी दरवाजे खोल कर रखे जाते हैं। लोगों को नेकी करने और बुराइयों से बचने की हिदायत की गई। कहा, रमजान में दोजख में बंद लोगों को आजाद कर दिया जाता है। इस महीने का जो रोजा रखते हैं तथा तमाम नफ्सों (इच्छाओं) पर नियंत्रण रखते हैं और पूरी निष्ठा के साथ इबादत करते हैं उसके तमाम गुनाहों को माफ कर दिया जाता। लेकिन रोजा उसका कुबूल नहीं होता जो रोजे की हालत में झूठ, फरेब, चुगलखोरी, गीबत (पीठ पीछे बुराई) करे। उसे सिर्फ भूखे रहने के सिवाय कोई फायदा नहीं। रमजान के पहले जुमा की नमाज में मस्जिदों में अपेक्षाकृत आम दिनों से कई गुना अधिक नमाजियों की भीड़ देखी गई। मर्द से ज्यादा औरतें इस महीने में बढ़ चढ़कर दान (जकात) देती नजर आते हैं।शाही जामा मस्जिद में रमजान के पहले जुमा के मौके पर मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ देखी गई। नगर पंचायत सुलतानपुर आदमपुर की सभी मस्जिदों में मुस्लिम भाइयों ने अकीदत के साथ जुमे की नमाज अदा की।

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