लक्सर क्षेत्र के नगर पंचायत सुल्तानपुर आदमपुर में मुकद्दस रमजान के अलविदा जुमे की नमाज नगर और आसपास के क्षेत्रों में अकीकत के साथ अदा की गई। नगर की प्रमुख शाही जामा मस्जिद में मुफ्ती मोहम्मद राशिद ने जुमे की नमाज अदा करा अमनों, सलामती व खुशहाली की दुआएं मांगी।अलविदा जुमे नमाज को लेकर पुलिस, प्रशासन और नगर पंचायत ने साफ सफाई के भी खास इंतजाम किए हैं।

जुमे की नमाज से पहले मुफ्ती मोहम्मद राशिद ने मुकद्दस रमजान की फजीलत तथा विशेषताओं पर प्रकाश डाला। मुफ्ती मोहम्मद राशिद ने कहा कि रोजा इबादतों की रूह है और रोजे का सवाब अल्लाह ताला अपने बंदों को खुद देगा।

उन्होंने अपने खिताब में कहा कि रमजान को तीन असरों में बांटा गया है, जिसमें पहले असरा रहमतों का, दूसरा असरा मगफिरत का और तीसरा असरा जहन्नुम की आग से छुटकारे पाने का है। उन्होंने अपने खिताब में कहा कि रमजान हमें तमाम बुराइयों से रोकता है और रमजान सब्र,रहमतों और बरकतों वाला महीना है।

हमें इसकी ज्यादा से ज्यादा कदर करनी चाहिए।मुफ्ती मोहम्मद राशिद ने कहा कि रमजान का आखिरी जुमा रमजान के विदा होने का पैगाम है। अल्लाह से माफी तलब करें। खुदा की बारगाह में सजदा रेंज होकर मां-बाप, मुल्क और कौम की तरक्की के लिए दुआ करें। शाही जमा मस्जिद की कमेटी के द्वारा कि ईद नमाज ईदगाह में सुबह 08:15 बजे और बड़े मदरसे में 08:45 बजे अदा की जायेगी।मौलवी बरकत ने मालदार मुसलमानों से कहा कि अल्लाह ने जकात फर्ज की है। लिहाजा मालदार मुसलमान अपने माल की जकात व सदका-ए-फित्र की रकम जल्द अदा कर दें, ताकि गरीब मुसलमान भी ईद की खुशियां मना सकें। नगर में बड़ी संख्या में रोजेदारों ने नमाज अदा की ।अलविदा जुमा और ईद की तैयारियों को लेकर शहर के बाजार रोशन हो चुके हैं।