हरिद्वार जनपद के लक्सर विकासखंड की बेबी स्वयं सहायता समूह की सदस्य करिश्मा आज पूरे जिले की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जब सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “सशक्त बहन उत्सव” का राज्यव्यापी उद्घाटन किया, तो कार्यक्रम में करिश्मा की मेहनत और उपलब्धि को विशेष रूप से सराहा गया।
मुख्यमंत्री ने करिश्मा से सीधा संवाद करते हुए उनकी व्यावसायिक सफलता की पूरी जानकारी ली। करिश्मा ने बताया कि उन्होंने श्रावण कांवड़ मेले के दौरान महज 15 दिनों में 7 लाख रुपये की बिक्री की, जिसमें से करीब 3 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। यह पूरी बिक्री उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ मिलकर की। उनके स्टॉल पर कांवड़, झंडे, रुद्राक्ष माला, पूजा थाली व अन्य धार्मिक सामग्री उपलब्ध थी, जिसे श्रद्धालुओं ने खूब पसंद किया।
मुख्यमंत्री ने करिश्मा की सराहना करते हुए कहा—
“करिश्मा और उनकी टीम ने यह दिखा दिया कि यदि सही मार्गदर्शन और मंच मिले, तो हमारी बहनें किसी भी क्षेत्र में कमाल कर सकती हैं। यह सशक्त भारत और आत्मनिर्भर नारी की सच्ची तस्वीर है।”
जिलेभर के 75 स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं हुईं शामिल
कार्यक्रम में हरिद्वार जिले की 75 स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भी मौजूद रहीं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती आकांक्षा कोन्डे, परियोजना निदेशक के.एन. तिवारी, सहायक परियोजना निदेशक श्रीमती नलिनीत घिल्डियाल (नोडल अधिकारी), जिला थीमैटिक विशेषज्ञ सूरज कुमार और ग्रामोत्थान जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री, ब्रांडिंग और विपणन को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक समूह को आर्थिक रूप से मजबूत करने हेतु प्रशिक्षण, मार्केट एक्सेस और सरकारी योजनाओं से जोड़ें।
“मुख्यमंत्री से संवाद, जीवन का अविस्मरणीय पल”: करिश्मा
सीएम से सीधा संवाद करने के बाद करिश्मा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा,
“मुख्यमंत्री जी से सीधा संवाद करना मेरे लिए जीवन का एक गौरवपूर्ण क्षण है। उनकी सराहना से मेरा हौसला कई गुना बढ़ गया है। अब मेरा लक्ष्य आने वाले आयोजनों में और बेहतर बिक्री करना और अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाना है।”
करिश्मा का समूह CLF-आदर्श क्लस्टर से जुड़ा है, जिसे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM), ग्रामोत्थान विभाग और RBI की टीम के सहयोग से लगातार प्रशिक्षण और विपणन सहायता दी जा रही है। भविष्य में जिला प्रशासन की मदद से करिश्मा जैसे समूहों को राज्य व राष्ट्रीय मेलों में भी भागीदारी का अवसर मिलेगा।