हरिद्वार। पथरी थाना क्षेत्र के धनपुरा गांव में नाबालिग किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म और छत से धक्का देने के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश और लगातार मॉनिटरिंग में पुलिस ने सोमवार को दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में दोनों के नाबालिग होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद मानवाधिकार आयोग की गाइडलाइन के तहत उन्हें संरक्षण में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

15 घंटे में मुख्य आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस पहले ही 15 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी अरविन्द को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। कप्तान डोबाल ने घटना के सभी आरोपियों को जल्द दबोचने के निर्देश दिए थे। पुलिस की लगातार छापेमारी का ही नतीजा है कि सोमवार को दो और आरोपी पकड़ में आ गए।

ये था मामला
9 अगस्त को पीड़िता के परिजनों ने थाना पथरी में तहरीर देकर आरोप लगाया था कि गांव के ही अरविन्द और दो अन्य युवकों ने किशोरी को एंकर फैक्ट्री के पास बने सुनसान मकान में ले जाकर दुष्कर्म किया। पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने उसे छत से नीचे फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। मामले में पोक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।

न्याय बोर्ड के सामने पेशी
दोनों नाबालिग आरोपियों को जल्द ही किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा।
एसएसपी का बयान
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने कहा— “घटना को धार्मिक रंग देने का प्रयास न करें। हर पीड़ित को न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है।”