हरिद्वार:एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने मायापुर स्थित एसपी सिटी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सनसनीखेज घटना का पर्दाफाश किया।एसएसपी ने बताया कि शांतरशाह गांव की एक किशोरी का शव तीन दिन पहले पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट के सामने हाईवे किनारे से बरामद हुआ था।परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि गांव का रहने वाला अमित सैनी पिछले कुछ महीने से शादी का झांसा देकर उनकी बेटी का शोषण करता आ रहा था।
और अमित सैनी और ग्राम प्रधान पति आदित्य राज सैनी ने साजिश कर किशोरी के साथ गैंगरेप किया और उसकी हत्या की है। पुलिस ने गंभीर रूप से छानबीन करने पर गांव के ही नितिन ने निखिल पांचाल, तुषार उर्फ भोला व एक अन्य दोस्त के साथ मिलकर किशोरी के साथ दुष्कर्म करने की योजना बनायी कि 23 जून की शाम शिव गंगा विहार तिराहा शांतरशाह रोड से नितिन और निखिल किशोरी को अपनी बुलेट मोटरसाइकिल बैठाकर ले आए। जहां खुद बीयर पी और किशोरी को भी पिलाई।
नशा होने के बाद किशोरी को गंगा नहाने का बहाना करके हरिद्वार ले गए और वापसी में रोहलकी जाने वाले रोड पर सुनसान जगह पर सामूहिक दुष्कर्म किया।उसके बाद घर के पास छोड़ दिया और किसी को बताने पर अंजाम भुगतने की धमकी देकर भाग गए। हरिद्वार एसएसपी ने बताया कि किशोरी मदद के लिए अपने प्रेमी अमित सैनी के घर पर पहुंची।तोअमित ने किशोरी के साथ संबंध बनाए। उसके बाद किशोरी ने गैंगरेप की बात अमित सैनी को बताई तो वह भड़क गया और उसके साथ मारपीट करने लगा।
मारपीट के दौरान किशोरी का सर लोहे के गेट पर लगा। जिससे वह घायल हो गई। जिसपर अमित सैनी घबरा गया और लड़की को रास्ते से हटाने की योजना बना कर हत्या करने के उद्देश्य से दिल्ली हरिद्वार हाईवे पर पतंजलि रिसर्च इंस्टिट्यूट के सामने लाया और अंधेरे का फायदा उठाते हुए किशोरी को जान से मारने की नीयत से अज्ञात वाहन के सामने धक्का दे दिया और पूरी घटना की जानकारी अपने चचेरे भाई प्रधान पति आदित्य सैनी को बताई।
आदित्य राज सैनी ने सबकुछ जानते हुए भी मृत्यु के साक्ष्य व जानकारी को छुपाते हुए उसकी मां को गुमराह किया और पुलिस के पास न जाने व अपने स्तर से उसकी तलाश करने की बात कही। प्रधान पति को सब कुछ जानते हुए भी पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई और पुलिस से भी सभी तथ्यों को छुपाया गया। अमित सैनी वह उसकी मां और नितिन व निखिल पांचाल, तुषार उर्फ भोला व मौसम को घटना में इस्तेमाल मोटर साइकिल सहित गिरफ्तार कर लिया गया। तीन नामजद आरोपित अभी फरार हैं फरार आरोपी की तलाश जारी है।
हरिद्वार पुलिस टीम के द्वारा घटना के सफल खुलासे पर टीम के उत्साहवर्धन हेतु एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा टीम को ₹10000 व पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल द्वारा ₹25000 ईनाम देने की घोषणा की गई।