रुड़की : मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के लंढौरा में हत्या कर महिला का शव बोरे में छिपाने की घटना से पुलिस ने 48 घंटे के भीतर किया सनसनीखेज घटना का किया पर्दाफाश। लेन-देन का विवाद होने के बाद आरोपी ने ईट से सिर कुचला और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
बोरे में महिला का शव मिलने से पुलिस में हड़कंप मच गया। 48 घंटे के भीतर हरिद्वार पुलिस ने केस सुलझा लिया। इस मामले में बुजुर्ग को न्याय दिलाने के लिए हरिद्वार पुलिस खुद वादी बनी।बुजुर्ग मृतका हर की पैड़ी पर भिक्षावृत्ति करती थी। आरोपी ने विकलांग बैटरी रिक्शा दिलवाने का लालच देकर उसे मंगलौर बुलाया था। रेहड़ा/लेने-देन के पैसे लौटाने से इन्कार पर सिर पर ईंट मारी और अंगोछे से गला घोटकर हत्या कर दी।
पकड़े जाने के डर से बुजुर्ग महिला के शव को कट्टे में बंद कर रखा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने इस मामले का खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक 31 अगस्त को सुबह डायल 112 के माध्यम से कोतवाली मंगलौर पर सूचना प्राप्त हुई कि कस्बा लंढौरा में बरेली निवासी कुछ व्यक्ति आनन-फानन में अपने किराए के कमरे को खाली कर जा रहे हैं। मौके पर एक संदिग्ध बोरा/ कट्टा रखा हुआ है, सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर खाली कमरे मे रखे बोरे को खोलकर देखा तो उसमें लगभग 55-60 वर्ष उम्र की एक वृद्ध महिला का शव बरामद हुआ।
पोस्टमार्टम की कार्यवाही के साथ-साथ प्रकरण के सम्बन्ध में उच्चाधिकारीगण को सूचित किया गया। यह भी ज्ञात हुआ था कि इस मकान पर बरेली निवासी धारा सिंह अपनी पत्नी के साथ करीब 5 महीने से किराए पर रह रहा था। वह फल सब्जी इत्यादि बेचने का काम करता था। कुछ दिनों से इनके साथ एक बुजुर्ग महिला जो कुछ दिनों से लंढ़ौरा में भीख मांग रही थी।मृतका की तरफ से कोई परिजन मौजूद नही था और न ही उनके बारे में किसी को कोई जानकारी थी। इसलिए इन परिस्थितियों में हरिद्वार पुलिस ने खुद वादी बनते हुए कोतवाली मंगलौर पर धारा 302 व 201 आईपीसी का मुकदमा दर्ज कराया। बुजुर्ग महिला सम्बन्धित प्रकरण होने के कारण अज्ञात शव की पहचान एवं मामले की वास्तविकता को जल्द सामने लाने के लिए एसएसपी अजय सिंह द्वारा दिए गये निर्देश के आधार पर 04 टीमें गठित कर सभी के लिए अलग-अलग टास्क निर्धारित किये गये। प्रथम टीम स्थानीय लोगों के साथ-साथ आसपास के कैमरे से इनपुट जुटाने के काम में लग गई।द्वितीय टीम बॉर्डर एरिया पर सघन चेकिंग व सीसीटीवी कैमरे फुटेज की जांच में जुटी। तृतीय टीम धारा सिंह के पते व उसके रिश्तेदारी पर तलाश को निकल गई। चतुर्थ टीम- मुजफ्फरनगर मेरठ होते हुए सभी टोल प्लाजा/अन्य पगडंडी में पूछताछ करती रही।
लगातार पड़ताल एवं दिन-रात साक्ष्य संकलन कर रही पुलिस टीमों ने 48 घंटों के भीतर सफलता हासिल करते हुए अभियुक्त धारा सिंह को बदांयू रोड़ बरेली उ0प्र0 से दबोचने में सफलता हासिल की। अभियुक्त की निशांदेही पर टीम ने घटना में प्रयुक्त गंमछा व ईट का टुकडा भी बरामद किया है।
पूछताछ में पता चला कि दो साल पूर्व अभियुक्त ने हरकी पैडी पर एक भिखारन को भीख मांगने के लिए एक रेहड़ा किराये पर दिया था, जिसका किराया आपस में प्रतिदिन 80 रुपए तय हुआ था, लेकिन मृतका द्वारा काफी समय से किराया न देने के कारण अभियुक्त रुपयों को लेकर काफी परेशान था और बार-बार मृतका महिला उर्फ अम्मा से पैसों की डिमांड करता था। अभियुक्त ने अपने बकाया वापस लेने के लिए एक प्लान के तहत मृतका बुजुर्ग अम्मा को लगभग 15 दिन पहले बैटरी वाली विकलांग रिक्शा दिलवाने का लालच देकर लण्ढौरा बुलाया।
जहां 28 अगस्त को पैसे वापस मांगने पर दोनों में हुई बहस के दौरान आरोपी ने बुजुर्ग अम्मा के सिर पर ईंट मारकर अंगोछे से गला घोटकर हत्या कर दी और चुपके से शव को बोरे में छुपा दिया। रखे गए शव को ठिकाने लगाने का और कोई रास्ता न मिलने पर अभियुक्त धारा सिंह ने सामान ले जाने के बहाने 30 अगस्त को अपने लडके को लण्ढौरा बुलाया। अगले दिन छोटे हाथी (लोडर) में सामान भरते समय लडके द्वारा लोडर में “शव रखा बोरा” रखने से मना कर दिया। इस पर लोगों को इकट्ठा होता देख अभियुक्त बोरा छोड़ वहां से भाग गया।
हत्यारोपी अभियुक्त धारा सिह पुत्र नत्थू लाल निवासी ग्राम मऊचन्दपुर थाना आंवला जिला बरेली का मूल निवासी है।
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