एसएसपी हरिद्वार की बेजोड़ कार्यशैली बन रही चर्चा का विषय, स्वयं कर रहे थे पूरे मामले की मॉनिटरिंग
उठ रहे सवालों का हरिद्वार पुलिस ने दिया माकूल जवाब, दिखाया अपनी ठोस कार्यशैली का हुनर
मनी ट्रांसफर ऐजेंसी के कर्मचारियों से बाइक सवार युवकों ने लूटा था 14.5 लाख कैश से भरा बैग
दिनदहाड़े हुई घटना से मच गया था हड़कंप
एजेंसी के कर्मचारी की मिलीभगत से ही अंजाम दिया गया था घटना को, दोस्तों के साथ मिलकर बनाई थी योजना
कैश ले जा रहे कर्मचारी ने साजिश के तहत किया पुलिस को गुमराह, लुटेरों को आसानी से बॉर्डर क्रॉस कराना था योजना का हिस्सा
पॉज़िटिव एप्रोच और टीम वर्क से बेहतर नतीजा निकला, प्रकरण में मनी ट्रांसफर एजेंसी की ओर से भी लापरवाही सामने आई है, हमारी कोशिश रहेगी कि वारदात को अंजाम देने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिले – एसएसपी
आपको बताते चलें कि कोतवाली रानीपुर बीते रोज (10 अगस्त) को कोतवाली रानीपुर क्षेत्रान्तर्गत सेक्टर 2 के पास झपट्टा मारकर गोयल मनी ट्रांसफर एंड कंपनी के कर्मचारियों से 14.5 लाख रुपयों से भरा बैग लूटने की सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए हरिद्वार पुलिस टीम ने बैग लूटने वाले 03 संदिग्धों सहित कुल 04 अभियुक्तों को बैग सहित लूटी हुई रकम सहित पकड़ने में सफलता हासिल की है। जनपद में दिनदहाड़े इस घटना के होने पर चौतरफा हड़कंप मच गया था जिसने भी सुना वही इस केस की चर्चा कर रहा था। इन सब कारणों से हरिद्वार पुलिस पर भी इस घटना के त्वरित खुलासे का भारी दबाव था लेकिन इन सबके बीच एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने शांत मन से पूरे मामले की स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए गठित टीमों को घटना के खुलासे के लिए 24 घंटे का वक्त दिया। युद्ध स्तर पर पूरे जनपद व सिमांत बॉर्डर पर चलाए गए चैकिंग अभियान के बावजूद अभियुक्तों के हत्थे न चढ़ने पर पूरी वारदात व सूचना आगे देने वाले किरदारों को पूनः टटोलने पर एक महत्वपूर्ण तथ्य प्रकाश में आया कि कंर्ट्रोल रूम को सूचना देने वाली महिला पुलिस कर्मी को एजेंसी के कर्मचारी ने प्रारंभिक सूचना के तौर पर केवल इतना बताया था कि उसका बैग जिसमें उसके दस्तावेज व कुछ रुपए रखे थे को अज्ञात बाइक सवारों द्वारा छीना गया। एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी प्रकाश में आया कि एजेंसी कर्मचारियों द्वारा घटना घटित होने के पश्चात करीब 20 मिनट तक किसी से भी सम्पर्क नही किया गया तथा प्रारम्भिक सूचना देने के बाद मौके पर पहुंचे चेतक कर्मियों द्वारा गहनता से पूछताछ करने पर करीब 20 मिनट बाद उक्त कर्मचारी ने सही जानकारी देते हुए नगदी लूटे जाने सहित अन्य जानकारी दी गई। उक्त घटनाक्रम में एजेंसी कर्मचारी राहुल त्यागी की भूमिका संदिग्ध प्रकट होने पर पुलिस टीम ने अलग-अलग एंगल से सख्ती के साथ पूछताछ करते हुए हर सवाल पर दिए गए जवाब को गहराई से परखा। क्रॉस एग्जामिनेशन में अपने ही बताए तथ्यों में उलझने के पश्चात आखिरकार अभियुक्त ने सारे घटनाक्रम में अपनी भूमिका व अन्य किरदारों से पर्दा उठाया।
नए तथ्य इस प्रकार से थे कि गोयल मनीट्रांसफर में बतौर कैश लोडर कार्यरत राहुल त्यागी गोयल मनीट्रांसफर के पैसे बैंक से खुद ही लाता था। अपने एक दोस्त मोनू पाल से काम के सिलसिले में हुई बातचीत के दौरान दोनों ने उक्त रकम को लूटने का प्लान बनाया और फिर मोनू पाल ने अपने दोस्तों सोमितपाल और सागर को अपनी योजना में शामिल किया। दिनांक 10.08.2023 को राहुल त्यागी अपने सहकर्मी गौरव के साथ बन्धन बैंक ज्वालापुर से गोयल मनी ट्रांसफर के 14 लाख 50 हजार रूपये नगद लेकर निकला तो योजना के मुताबिक राहुल त्यागी ने फेसबुक मैसेन्जर के माध्यम से मोनू को सूचना दी। जब कर्मचारी गुरूद्वारा सेक्टर 2 पर पहुंचे तो बाइक पर सवार मोनू पाल, सोमितपाल व सागर उक्त पैसो का बैग छीनकर भाग गये। पुलिस टीम ने राहुत त्यागी को हिरासत में लेकर उसकी निशांदेही पर घटना में शामिल अन्य अभियुक्त मोनू पाल, सोमितपाल व सागर को तलाशते हुए आज महिपालपुर दिल्ली पहुंची तो सीसीटीवी फुटेज में अभियुक्त एक होटल में जाते दिखाई दिये। सम्बन्धित होटल में जाकर पूछताछ करने पर पता चला कि अभियुक्त आज समय करीब 4.30 बजे चैक आउट कर कहीं और जा चुके हैं। टीम ने पुनः प्रयास करते हुए आखिरकार अभियुक्तों को मुजफ्फरनगर से दबोचकर उनके कब्जे से लूटी गई रकम में से कुल 13 लाख 60 हजार रूपये बरामद किये। शेष रकम को अभियुक्त द्वारा खर्च किए जाने की जानकारी मिली है।